खोज के अनुसार, कोविड से जुड़ी लोगों की ब्रेन स्वास्थ्य में कमी का खुलासा: अध्ययन

"COVID-19 poses a serious risk to brain health," researchers said.

कोविड-19 के वायरस से संक्रमित होने के परिणामस्वरूप विशेष रूप से ब्रेन हेल्थ पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है, यह नया अध्ययन न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन के अनुसार, लोगों की ब्रेन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव हैं, जैसे की निम्न मात्रा में आईक्यू, खराब स्मृति और ब्रेन एजिंग। यहां हम इस अध्ययन के महत्वपूर्ण प्रमुख बिंदुओं को विस्तार से देखेंगे:

कोविड संक्रमित लोगों की ब्रेन में इन्फ्लेमेशन की वृद्धि

अध्ययन में विशेष रूप से मामूली से मध्यम रूप तक कोविड संक्रमण से प्रभावित लोगों के ब्रेन में साइटोकाइनों की वृद्धि दर्ज की गई है, जो “सात साल के ब्रेन एजिंग” के समान है।

कोविड संक्रमित व्यक्तियों की कोग्निटिव विफलताएं

शोधकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि कोविड संक्रमण से प्रभावित लोगों में कोग्निटिव विफलताएं, जैसे स्मृति समस्याएं, आमतौर पर बढ़ जाती हैं।

कोविड संक्रमण के परिणामस्वरूप नई डिमेंशिया का खतरा

अध्ययन ने बताया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में कोविड संक्रमण से नई डिमेंशिया का खतरा बढ़ जाता है, जैसे जियाद अल-अली ने बताया।

इस अध्ययन से स्पष्ट होता है कि कोविड-19 के वायरस से संक्रमित होने का खतरा न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और ब्रेन हेल्थ पर भी है। इससे प्रमुख उद्योगों, जनसंख्या और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

इस अध्ययन से निकलने वाली जानकारी को लेकर, कोविड-19 के ब्रेन हेल्थ पर गंभीर प्रभाव का सामना करना होगा, जो मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है।

ब्रेन फॉग और संबंधित समस्याएं

कोविड संक्रमण के कारण ब्रेन फॉग जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जिसमें वायरस न्यूरोनाल तंतु को व्यवधान कर सकता है और न्यूरोलॉजिकल वातावरण को प्रभावित कर सकता है।

कोविड संक्रमण से ब्रेन खराबी की अध्ययन

अन्य अध्ययनों में पाया गया है कि कोविड संक्रमण से प्रभावित लोगों में ब्रेन की सामर्थ्य में कमी हो सकती है, जैसे कि स्थानिक रीजनिंग, स्मृति, और योजनाओं के क्षेत्र में।

इस अध्ययन के परिणामों का निकट रूप से अर्थ है कि कोविड-19 का वायरस ब्रेन हेल्थ के लिए बड़ा खतरा है, और इससे नुकसान को आत्मसात करने के लिए बहुत अधिक अध्ययन और उपचार की आवश्यकता है। इससे स्पष्ट होता है कि ब्रेन हेल्थ और मानसिक स्वास्थ्य को संरक्षित रखने के लिए भी वैक्सीनेशन की अवश्यकता है और लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सक्रिय रहने की सलाह दी जाती है।

अध्ययन के महत्वपूर्ण निष्कर्ष

इस अध्ययन से निकलने वाले निष्कर्ष से स्पष्ट होता है कि कोविड-19 के वायरस का ब्रेन हेल्थ पर गंभीर प्रभाव है और यह ब्रेन विकारों, कोग्निटिव विफलताओं, और ब्रेन एजिंग की वृद्धि के रूप में प्रकट हो सकता है। इससे हमें ब्रेन स्वास्थ्य की ओर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, खासकर जब हम कोविड-19 से निपटने के बाद भी ब्रेन संबंधित समस्याओं का अनुभव कर रहे हैं।

यह अध्ययन ब्रेन के साथ कोविड-19 के प्रभाव को लेकर हमें जागरूक करता है और हमें यह समझने में मदद करता है कि इस वायरस के संक्रमण का प्रभाव केवल फिजिकल स्तर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक और ब्रेन हेल्थ पर भी हो सकता है। इसलिए, हमें स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने, वैक्सीनेशन का समर्थन करने, और अपने ब्रेन की देखभाल करने के लिए सक्रिय रहने की आवश्यकता है।

इस तरह की अध्ययनों से हमें ब्रेन हेल्थ पर विशेष ध्यान देने और ब्रेन रोगों को समझने की आवश्यकता है, ताकि हम आगे चलकर समस्याओं को सही समय पर पहचान सकें और सही उपायों का सहारा ले सकें।

इसी प्रकार के महत्वपूर्ण अध्ययनों का निरंतर निरीक्षण होना आवश्यक है ताकि हम स्वास्थ्य सेवाओं और उपायों में सुधार कर सकें, जो ब्रेन हेल्थ को समर्थ बनाए रखें।

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1 Comment
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